Saturday, March 25, 2006

बचना ऐ हसीनो लो में आ गया.

मित्र जनों कई दिनों के ईंतजार के बाद आपके शहर में फिर से आ गया है काली चरण !
जीतू, स्वामी ऍट आल मित्र जनों को राम राम, दुआ सलाम. पापी पेट के लिऍ हम साफ्टवेयर कर्मी देस विदेस भटकते रहते हैं. तो हम भी रेगिस्तान से निकल कर मिनिसोटा होते हुऍ न्युयार्क पहुँच गऍ हैं. किस्सा कल लिखेंगे, कल पढियेगा ईस मिनि यायावारी के बारे में. रात के ११ और लम्बे सफर के बाद मेरे १२ बज रहे हैं. बाकी कल.

4 Comments:

Blogger विजय वडनेरे said...

यार!

आपको १२ बजे से कुछ विशेष प्रेम है क्या? लगातार ३ प्रविष्टियों में आपकी बारह बज रही है.

:)

उम्मीद है, अबकी सब ठीक होगा.

11:39 PM  
Blogger Jitendra Chaudhary said...

नही विजय भाई,
अपने कालीचरण टुन्नावस्था मे ही लिखते है। ना मानो तो पिछली प्रविष्टियों में इनके काकटेल के बारे मे पढ लों। है ना काली बाबू। आजकल क्या पी रहे हो। खुलासा करना, शायद तुम्हारी काकटेल से हम कोई शाकाहारी माकटेल बना सकें।

12:16 AM  
Anonymous Anonymous said...

Kalicharan Gaytonde
Location:Phoenix, Arizona, United States
I am God

उपरोक्त मे से आपके बारे मे कौन सी इन्फ़रमेशन सही बची है?

12:28 AM  
Anonymous Anonymous said...

Agar mujhe pata hota ki aap Phoenix ke hain, to kabhi mil jaate yaheen!

'Kehkashaan' blog pe aane ke liye bahut dhanyavaad. Sada swagat hai.

10:44 AM  

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