Friday, December 03, 2004

चलो दुबई !!

किसी हिनदी फिलम के साईड हीरो की तरह हमेँ भी चुल उठी है चलो दुबई !! भई यह हरे पतते के मोह ने जीवन रसहीन कर दिया है | माया मिली ना हरा पतता | अब सोचते हैं दुबई के रगिसतान को ही परख लें | सुनने मे आया है की धनोपरजन के लिऐ मुकममल जगह है |
Software Engineer, B.Tech Computer Science, IIT KGP, MS Computer Science Virginia Tech. 5 years Experience, Java / J2EE, Oracle, SQLServer, Postgres, Linux, Perl, C, Shell script, इतयादि में महारथी | Project Management, Team Lead Experience | God of all things related to Software -- Small and Large | जी हूजुरी में अववल | तो बताऍ की जाऍ की नही जाऍ ? आप लोग भी टिपपणी करें |

3 Comments:

Blogger आलोक said...

खाई कि न खाई?
ज़रूर खाई।

जाई कि न जाई?
ज़रूर जाई।

10:31 PM  
Blogger Jitendra Chaudhary said...

इ तो पूरा का पूरा वर्गीकृत विज्ञापन दिखता है...
मैट्ररीमोनियल वाले योग्यताये काहे छोड़ दिये...
ऊ भी लिख देते....

6:33 AM  
Blogger Kalicharan said...

भाई जितेंदर जी, मैट्ररीमोनियल वाली योगयता ! आप खूब ठिठोली कर रहैं हैं | आखिर फैमेली वालों का मुहलला है अपना चिठठा | हमने सोचा यहाँ ईशतिहार लगा दें, शायद कोई पङ कर सोरस लगा दे | आखिर सिफारिश का अँगरेजी नाम नेटवरकिंग है |

10:36 AM  

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