Tuesday, November 30, 2004

Boring Kavita

मेरा मन
कुछ पाने का विस्मय
कुछ खोने की तड़पन
सामर्थय, प्रेम, समभाव, तृप्ति
बडे शब्द, छोटा जीवन
ऐकाकीपन
मेरा मन

3 Comments:

Blogger आलोक said...

आपका नाम पसन्द आया। असली है क्यया? :)

7:37 PM  
Blogger Kalicharan said...

आलोक जी यह वह नाम है जो मेरा बुजुरगोँ ने, और बालक का ञीमती ने नही रखने दीया | सोचा चिठठा नाम ही रख कर शौक पूरा कर लुँ |

8:21 PM  
Blogger आलोक said...

बढ़िया है।

7:54 PM  

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